दीपिका को बचपन से पसंद है होली, बताया कैसी होती है दक्षिण भारत की होली
हिंदी सिनेमा की नंबर वन अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का बचपन दक्षिण भारत में गुजरा है। ज्ञात है कि वह बेंगलुरु में पली-बढ़ी हैं, इसलिए वहां के रीति-रिवाजों से भलीभांति वाकिफ हैं।
हिंदी सिनेमा की नंबर वन अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का बचपन दक्षिण भारत में गुजरा है। ज्ञात है कि वह बेंगलुरु में पली-बढ़ी हैं, इसलिए वहां के रीति-रिवाजों से भलीभांति वाकिफ हैं। वह बताती हैं कि हिंदुओं के त्यौहार होली को जिस तरह से उत्तर भारत में मनाया जाता है, उस तरह से दक्षिण भारत में नहीं माना जाता है। लेकिन दीपिका पादुकोण बचपन से ही होली को बहुत पसंद करती हैं।
वह आज भी अपने खास दिनों को खास लोगों के साथ ही मनाना पसंद करती हैं। वह कहती हैं, 'होली, दीवाली, गणेश चतुर्थी भले ही हमारी पौराणिक मान्यताओं का हिस्सा हों, लेकिन यह बहुत खास और जरूरी हैं। इसके बहाने लोग और समुदाय एक साथ इकट्ठे होते हैं। साथ ही जैसे अगली पीढ़ियां इन प्रथाओं और मान्यताओं को आगे बढ़ा रही हैं, वह तारीफ के काबिल है।'
अमर उजाला के अनुसार, अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए वे कहती हैं, 'दक्षिण भारत में रिवाज बिल्कुल अलग हैं। जब मैं बड़ी हो रही थी, तो मुझे अच्छे से याद है कि होली का त्यौहार जिस तरह से उत्तर भारत में मनाया जाता है, उतनी जोर शोर से दक्षिण भारत में नहीं मनाया जाता। अब चीजें बदल गई हों तो पता नहीं। लेकिन जब मैं थी तब तक वैसा ही चलता था। वहीं, देश के दूसरे भागों में अगर आप होली के दिन गलियों से गुजरते भी हैं, तो आपको संभल कर चलना पड़ता है। पता नहीं कौन, कब रंगों से भरा गुब्बारा आप पर फेंक कर मारे।'