कोरोना आर्थिक संकट में भारतीय राज्यसभा में खर्च कटौती, 80 करोड़ रुपए की होगी बचत
कोरोना वायरस संकट के बीच राज्यसभा ने खर्चों में कटौती कर इस वित्त वर्ष में 80 करोड़ रुपए बचत की घोषणा की है।
कोरोना वायरस संकट के बीच राज्यसभा ने खर्चों में कटौती कर इस वित्त वर्ष में 80 करोड़ रुपए बचत की घोषणा की है। वाहनों की खरीद, विदेश यात्राओं पर रोक, अधिकारियों की ट्रेनिंग, कमिटियों के द्वारा अध्ययन दौरों में कमी, प्रकाशन में प्राथमिकता, अवॉर्ड, फेलोशिप और इंटर्नशिप पर रोक के जरिए धन की बचत की जाएगी। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन एम वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से वैश्विक आर्थिक संकट को देखते हुए ऊपरी सदन खर्चों में कटौती करेगा।
भारतीय अखबार लाइव हिन्दुस्तान के मुताबिक, इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ''सभापति ने खर्च में कटौती का एक प्लान तैयार करने को कहा है। सिक्यॉरिटी जनरल देश दीपक वर्मा ने बताया कि 423 करोड़ रुपए के वार्षिक बजट में से 60 करोड़ रुपए की बचत की पहचान कर ली गई है। इस वित्त वर्ष में 80 करोड़ रुपए बचत का लक्ष्य तय किया गया है।'' अधिकारी ने कहा कि नायडू ने निर्देश दिया कि 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ने की वजह से अभी कार्यपालिका को पूरा ध्यान कोरोना वायरस को फैलने से रोकने पर रहने की आवश्यकता है। स्टैंडिंग कमिटियों और दूसरी कमिटियों की बैठक बाद में होगी।
मार्च के अंतिम सप्ताह में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से पहली बार उपराष्ट्रपति ने सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है। नायडू ने अधिकारियों को 8 कमिटियों के चेयरमैन की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्देश दिया। राज्यसभा के कुछ सदस्यों के रिटायर होने की होने की वजह से पद खाली हैं।
aXA6IDE4LjIyMC4xNDAuNSA=
ejasoft island