भारत में नहीं रुक रहे विदेशी निवेशक, अप्रैल में अब तक 10347 करोड़ रु निकाले
कोरोनावायरस महामारी के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल में अब तक भारतीय कैपिटल बाजार से 10,347 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
कोरोनावायरस महामारी के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल में अब तक भारतीय कैपिटल बाजार से 10,347 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
कोरोना संकट का हमारी अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ा है। आर्थिक मंदी से जूझ रहे भारत के लिए एक बुरी खबर है। एक और रेटिंग एजेंसी ने भारत के जीडीपी अनुमान का घटाया है।
भारत में जारी कोरोना संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।
कच्चे तेल की कीमतें (crude oil falling prices) जीरो से भी नीचे यानी निगेटिव में जाने को भूल जाइए।
कोरोनावायरस महामारी से लड़ाई के लिए सरकार हर तरीके से फंड एकत्र कर रही है। इस बीच सीनियर राजस्व अधिकारियों ने ज्यादा कमाने वालों और विदेशी कंपनियों से ज्यादा टैक्स की वसूली की सिफारिश की है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारत को इससे बाहर निकलने तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए नया तरीका ढूंढना होगा।
भारत ने 2020 में प्रवेश आर्थिक मोर्चे पर कम वृद्धि अनुमानों के साथ किया.
बुनियादी संरचना क्षेत्र की यूरोपीय कंपनी एएंडएम डेवलपमेंट समूह ने ओबेरॉय समूह के साथ मिलकर भारतीय बाजार के लिये एक संयुक्त उपक्रम बनाया है।
चीन का दुनियाभर की कंपनियों में भारी निवेश है।
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