होली के पारंपरिक व्यंजन: भारत की शान है होली के पारंपरिक व्यंजन
होली रंगों का त्योहार (Festival of Colours) माना जाता है। इस दिन सभी लड़ाई-झगड़े भुला कर इस त्योहार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
होली रंगों का त्योहार (Festival of Colours) माना जाता है। इस दिन सभी लड़ाई-झगड़े भुला कर इस त्योहार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। भारत में किसी भी त्योहार की बात हो रही हो और अगर व्यंजनों (Recipes) की बात न हो तो यह हो ही नहीं सकता। भारत में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाये जाते है। यहाँ हर संस्कृति और त्योहारों के साथ व्यंजनों का खास महत्व है। भारत के अलग-अलग प्रदेशों (States) में भिन्न-भिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने का रिवाज है।
होली पर कुछ एसे व्यंजन होते है जो खासतौर पर होली पर ही बनाये जाते हैं। किसी प्रान्त में मीठा तो किसी प्रान्त में चटपटा खाना बनाने का रिवाज है। होली के अवसर पर ठंडाई बनाने का भी रिवाज होता है।
गुझिया
होली का खास त्योहार हो और गुझिया का जिक्र न हो यह कैसे हो सकता है। गुझिया एक पारंपरिक मिठाई (Traditional Sweet) है। इसे बनाने के लिए मैदे, खोए व कुछ अन्य सामग्रियों की आवश्यकता होती है। मैदे के खोल में खोए की भरावन भर कर फिर उसे देसी घी में तल ले। गुझिया बनाने के लिए धीरज की आवश्यकता होती है। वैसे गुझिया बनाना कठिन नहीं है।
बेसन के लड्डू
बेसन के लड्डू एक सदाबहार मिठाई है। मोटे बेसन को घी में भूनकर लड्डू बनाए जाते है। बेसन के लड्डू बनाना आसान होता है और इसे बनाने में थोड़ा समय लगता है। होली के इस अवसर पर थोड़ा समय निकलकर बनाये बेसन के लड्डू जरूर बनाये।
पापड़ी चाट
पापड़ी चाट को सेव पूरी भी कहते है। आजकल पापड़ी बाजार में आसानी से मिल जाती है पर अगर आप चाहे तो इसे घर पर भी बना सकते है। पापड़ी चाट बनाने के लिए पापड़ी को ऊपर से थोड़ा सा फोड़ ले और उस में उबले हुए आलू भरकर, मीठी चट्नी और दही डालें और अपने अनुसार मसाले डालकर पापड़ी चाट का आनंद लें।
ठंडाई
ठंडाई उत्तर भारत का एक बहुत ही प्रसिद्ध पेय है। इसे कई प्रकार के मसलों, गुलाब की पत्तियों और बादाम को पीसकर दूध में डालकर बनाते है। इसे खासतौर पर होली के अवसर पर बनाते है।