भारत: कोरोना की वजह से 15 राज्य पूरी तरह से लॉकडाउन, कई जिलों में लगी पाबंदी
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह सख्त कदम स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कुल संक्रमितों की संख्या कम से कम 360 होने की जानकारी दिए जाने के बाद उठाए गए।
कोरोना वायरस के संक्रमण से रविवार (22 मार्च) को बिहार में पहली मौत सहित तीन लोगों की जान चली गई। इस वायरस से देश में अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 370 हो गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सभी यात्री ट्रेनों, अंतरराज्यीय बस सेवाओं और मेट्रो को 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया। पटना स्थित अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) के अधीक्षक ने बताया कि 38 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से मौत हो गई है, एवं वह गुर्दे की बीमारी से ग्रस्त था और कतर से आया था। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसकी पृष्टि की जानी है। वहीं मुंबई में 63 वर्षीय एक मरीज और गुजरात के सूरत में 67 वर्षीय कोरोना वायरस से संक्रमित की रविवार को मौत हो गई। वहीं केंद्र और राज्य सरकारों ने उन 75 जिलों में पूर्ण बंदी का फैसला किया है जहां पर कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले सामने आए थे।
भारतीय समाचार पत्र हिंदुस्तान के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि इन जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति होगी। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह सख्त कदम स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कुल संक्रमितों की संख्या कम से कम 360 होने की जानकारी दिए जाने के बाद उठाए गए। इनमें से सबसे अधिक 63 मामले महाराष्ट्र में हैं। अधिकारियों ने रविवार (22 मार्च) को बताया कि सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और कैबिनेट सचिव के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र के 75 जिलों को पूरी तरह से लॉकडाउन करने का फैसला किया है। दिल्ली पुलिस ने पूरी दिल्ली में 31 मार्च तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है और कहा है कि प्रदर्शन और लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है। दिल्ली सरकार ने जनता कर्फ्यू के बाद भी लोगों को घरों में रहने की अपील की।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के निदेशक ने कहा कि जांच को बढ़ाया जा रहा है, लेकिन कोरोना वायरस की जांच अंधाधुंध नहीं की जाएगी। रणनीति के तहत केवल उन्ही लोगों का परीक्षण किया जाएगा जिनमें लक्षण होंगे। अधिकारियों ने बताया कि 10 लाख कर्मियों वाले अर्धसैनिक बलों ने भी तत्काल प्रभाव से जवानों की आवाजाही स्थगित कर दी है और कहा कि वे पांच अप्रैल तक वहीं रहें जहां पर है।
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