चीनी दुल्हन और भारतीय दूल्हा, कोरोना वायरस की परवाह किए बिना हुए एक दूजे के
मध्य प्रदेश का व्यक्ति हाल ही में चीनी महिला के साथ शादी के बंधन में बंध गया। बता दें कि इन दिनों चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है, लेकिन ये दोनों कोरोना वायरस की परवाह किए बगैर शादी के बंधन में बंध गए।
कहा जाता है प्रेम की कोई सीमा नहीं होती। यह राष्ट्र और धर्म की परवाह किए बिना फलता-फूलता है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में सामने आया है। इस मामले में मध्य प्रदेश का व्यक्ति हाल ही में चीनी महिला के साथ शादी के बंधन में बंध गया। बता दें कि इन दिनों चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है, लेकिन ये दोनों कोरोना वायरस की परवाह किए बगैर शादी के बंधन में बंध गए।
दैनिक जागरण के अनुसार, बताया जा रहा है कि चीन की एक लड़की अपने पूरे परिवार के साथ मंदसौर के लड़के से शादी करने पहुंची। नेशनल इंश्योरेंस कंपनी में कार्यरत रंगकर्मी वेद मिश्रा व महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत ज्योति नवहाल का इकलौता बेटा सत्यार्थ मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई करने शेरीडल कॉलेज कनाडा गया था। इसी दौरान चीन के डिजियोंग शहर की निवासी जी हाओ डोरा भी उसी कॉलेज में पढ़ने आई। जी हाओ को भाषा की दिक्कत होने पर सत्यार्थ उसकी मदद करता था और यह मदद कब प्यार में बदल गई, दोनों को पता नहीं चला। पढ़ाई पूरी करने के बाद सत्यार्थ कनाडा में ही सेटल हो गया। जी हाओ भी वहीं मेकअप आर्टिस्ट का काम कर रही हैं। अब दोनों के परिवारों की सहमति से 2 फरवरी को मंदसौर में दोनों का विवाह हो रहा है।
विवाह भारतीय परंपरानुसार हो रहा है। चायनीज और भारत की अलग-अलग परंपराओं और भाषाओं का मेल नहीं होने के बाद भी दोनों परिवारों के सगे-संबंधी एक ही मंडप तले एकत्र हैं। दूल्हा-दुल्हन तो काफी समय से एक साथ रहने के कारण अंग्रेजी में आपस में बात कर लेते हैं। लेकिन दुल्हन के माता-पिता व अन्य संबंधियों को न तो अंग्रेजी आती है और न हिंदी में वे कुछ समझ या बोल पा रहे हैं। इसका भी जुगाड़ तकनीक से किया गया है। सभी ने अपने मोबाइल में लैंग्वेज ट्रांसलेटर का एप डाउनलोड किया है। जिसमें वे बोलते हैं, जो उसका अनुवाद अंग्रेजी में हो जाता है और उसे सुनकर सामने वाला अनुवाद अंग्रेज़ी में कर देता है।
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