दवाओं की पहली खेप पहुंचने पर अब ब्रिटेन ने जताया भारत का आभार
भारत द्वारा ब्रिटेन भेजी गई दवा पैरासिटामोल के 28 लाख पैकेट की पहली खेप यहां पहुंचने पर ब्रिटिश सरकार
भारत द्वारा ब्रिटेन भेजी गई दवा पैरासिटामोल के 28 लाख पैकेट की पहली खेप यहां पहुंचने पर ब्रिटिश सरकार ने दोनों देशों के संबंधों की सराहना की। साथ ही भारत का आभार जताया। अब यह दवा कोरोना की रोकथाम के लिए पूरे देश के सुपरमार्केट और खुदरा दवा दुकानों तक पहुंचाई जाएगी।
भारतीय समाचार पत्र हिंदुस्तान के अनुसार, व्यापार मंत्री लिज ट्रस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इसका अभिप्राय है कि पैरासिटामोल के करीब तीस लाख और पैकेट ब्रिटेन की दवा दुकानों में उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि दशकों में कोरोना वायरस ऐसा सबसे बड़ा खतरा है, जिसका सामना हम कर रहे हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि हम वैश्विक कारोबार जारी रखने और आपूर्ति मार्ग खुला रखने के लिए मिलकर काम करें। मैं भारत और ब्रिटेन के उन अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहती हूं, जिन्होंने इस समझौते पर काम किया और मैं भविष्य में भारत एवं अन्य देशों के साथ मिलकर कोविड-19 की हार सुनिश्चित करने के लिए काम करना चाहती हूं।
बता दें कि पैरासिटामोल के 28 लाख पैकेट की यह खेप भारत द्वारा आवश्यक दवाओं के निर्यात में ढील देने के बाद यहां पहुंची है। भारत ने मानवता के इस धर्म को निभाते हुए इस से पहले अमेरिका को भी दवाओं की सप्लाई कर चुका है, इसी क्रम में भारत ने मारिशस को भी दवा भेजने का आश्वासन दिया।