परम्परागत कारीगरों ने बनाई दुनिया में भारत की पहचान : नकवी
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार के प्रयासों से आज परम्परागत दस्तकार बेहतर स्थिति में है और भारत के उत्पादों की पहचान दुनिया में बनी है । इन्ही दस्तकारों की बदौलत देश के कुल निर्यात में भी इजाफा हुआ है
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि 'हुनर हाट' के आयोजन से परम्परागत ढंग से काम करने वाले कारीगरों को बाजार मिलता है और यह पहल विरासत को संजोने वाले कारीगरों को वैश्विक बाजार से जोड़ने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों के अनुसार की गयी है। नकवी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य हस्तशिल्प और दस्तकारी उद्दोगों को बढावा देकर दुनिया के स्तर पर उनका बाजार बनाना है । प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि भारत में विरासत को संजोने वाले स्थानीय कारीगरों /दस्तकारों को वैश्विक बाजार के स्तर पर लाया जाए।
NBT के अनुसार, उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से आज परम्परागत दस्तकार बेहतर स्थिति में है और भारत के उत्पादों की पहचान दुनिया में बनी है । इन्ही दस्तकारों की बदौलत देश के कुल निर्यात में भी इजाफा हुआ है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में जब देश का कुल निर्यात आठ प्रतिशत था, उतर प्रदेश का निर्यात 28 प्रतिशत था । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से 24 जनवरी 2018 को प्रदेश सरकार ने 'एक जिला एक उत्पाद' योजना शुरु की थी । दो वर्षो के दौरान ही इस योजना के तहत परम्परागत कारीगरों ने महत्वपूर्ण कार्य किया और आज इसके पास एक बडा बाजार उपलब्ध है।मुख्यमंत्री ने कहा कि उतर प्रदेश में परम्परगात उद्योगों की समृद्ध विरासत रही है किंतु शासन की उपेक्षा से यह क्षेत्र बेहाल था ।
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