एयर इंडिया के साथ ट्रेन भी चला सकता है टाटा ग्रुप, जोरों पर प्राइवेटाइजेशन की तैयारी
टाटा ग्रुप एयर इंडिया के साथ-साथ इंडियन रेलवे में भी बड़े पैमाने पर निवेश करने के बारे में सोच रहा है।
टाटा ग्रुप एयर इंडिया के साथ-साथ इंडियन रेलवे में भी बड़े पैमाने पर निवेश करने के बारे में सोच रहा है। तेजस के साथ प्राइवेट ट्रेन की शुरुआत पहले ही हो चुकी है। पिछले दिनों 100 रेलमार्गों पर 150 प्राइवेट ट्रेन चलाने की मंजूरी दी गई थी। इन ट्रेनों को राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों से मुकाबला करना होगा।
एनबीटी के अनुसार, बजट में भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि प्राइवेट ट्रेन चलाने की दिशा में सरकार बहुत तेजी से काम कर रही है। जानकारी के मुताबिक, टाटा रियल्टी, ह्यूंदै, हिताची इंडिया, एस्सेल ग्रुप, अडाणी पोर्ट्स, इंडियन रेलवे कैटरिंग ऐंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) इस रेस में काफी आगे हैं। रेलवे ने 100 रूटों को 10-12 क्लस्टर में बांटा है। इसके अलावा इनकी मैक्सिमम स्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है।
सरकार ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के का ऐलान किया है। टाटा ग्रुप सिंगापुर एयरलाइन्स के साथ मिलकर एयर इंडिया को खरीदने की तैयारी में है। एयर इंडिया के लिए 17 मार्च तक बोलियां मंगाई गई हैं।बता दें कि साल 1932 में जेआरडी टाटा ने ही एयर इंडिया की नींव रखी थी और 1946 में इसका नैशनलाइजेशन कर दिया गया था। शुरुआत में इसका नाम टाटा एयरलाइन्स हुआ करता था, लेकिन नैशनलाइजेशन के बाद 1948 में इसका नाम एयर इंडिया कर दिया गया था।