कोरोना पर भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा बाजार में स्थिरता के लिए उठाएंगे जरूरी कदम
रिजर्व बैंक ने कहा कि वह मौजूदा वैश्विक स्थिति पर नजर रखे हुए है और आश्वस्त किया कि वह बाजार में पर्याप्त तरलता तथा स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार (13 मार्च) को कहा कि वह मौजूदा वैश्विक स्थिति पर नजर रखे हुए है और आश्वस्त किया कि वह बाजार में पर्याप्त तरलता तथा स्थिरता बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। रिजर्व बैंक का यह बयान उस दिन आया जब घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार शुरू होते ही भारी गिरावट के बीच सर्किट ब्रेकर लगाना पड़ा। यह वर्ष 2008 के बाद पहला मौका है जब शेयर बाजारों में सर्किट ब्रेकर लगा। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ''आरबीआई तेजी से उभर रही वैश्विक स्थिति पर नजर रखे हुए है और बांड तथा विदेशी मुद्रा बाजार में पर्याप्त नकदी तथा स्थिरता एवं सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिये सभी जरूरी कदम उठाएगा।" बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एकसचेंज का निफ्टी शुक्रवार (13 मार्च) को शुरुआती कारोबार में 10 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गए। इस दौरान ये अपने निचले सर्किट के स्तर तक पहुंच गए। कोरोना वायरस फैलने के कारण मंदी की आशंका में बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई।
भारतीय समाचार पत्र हिंदुस्तान के अनुसार, मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में सुधार हुआ और कारोबार के दौरान यह 46 पैसे की बढ़त के साथ 73.82 पर पहुंच गया। शुरूआती कारोबार में अमेरिका डॉलर के मुकाबले रुपया 74.5075 के रिकार्ड निम्न स्तर तक चला गया था। आरबीआई ने शुक्रवार (13 मार्च) को डॉलर बिकवाली-खरीद अदला-बदली के प्रभाव से निपटने के लिए 25,000 करोड़ रुपये की पूंजी डालने की भी घोषणा की है। शेयर बाजार निवेशकों के लिए शुक्रवार को शुरुआती 15 मिनट भारी उतार- चढ़ाव भरे रहे। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों दस प्रतिशत से अधिक टूट गए। इस उतार चढ़ाव के बाद अंत में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 1,325 अंक चढ़कर बंद हुआ। बाजार में गिरावट इतनी जोरदार थी कि सुबह 9:20 बजे के आसपास बीएसई और एनएसई दोनों का कारोबार 45 मिनट के लिए बंद करना पड़ा। 12 साल में यह पहला मौका है, जबकि शेयर बाजारों में कारोबार बीच में रोकना पड़ा।
aXA6IDE4LjIyNy4xOTAuOTMg ejasoft island