एयर इंडिया की पायलट सीट पर नहीं बैठ पाएगी कोई विदेशी कंपनी
विदेशी कंपनियों को एयर इंडिया में 49 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी के लिए बोली लगाने का मौका नहीं मिलेगा। उन्हें इस विमानन कंपनी पर पूरा ऑपरेशन कंट्रोल हासिल नहीं होगा।
विदेशी कंपनियों को एयर इंडिया में 49 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी के लिए बोली लगाने का मौका नहीं मिलेगा। उन्हें इस विमानन कंपनी पर पूरा ऑपरेशन कंट्रोल हासिल नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि नागर विमानन मंत्रालय ने सब्सटैंशियल ओनरशिप ऐंड इफेक्टिव कंट्रोल (SOEC) क्लॉज में ढील देने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है। सरकार एयर इंडिया का निजीकरण करना चाहती है। इससे पहले 2018 में इसमें स्टेक बेचने की सरकारी कोशिश नाकाम हो गई थी।
NBT के अनुसार, एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने बताया, 'SOEC नियमों में ढील देने का एक प्रस्ताव था, लेकिन विमानन मंत्रालय ने इसे इस आधार पर खारिज कर दिया कि इससे एयरलाइन सेक्टर विदेशियों के हाथ में चला जाएगा और इसका अर्थ यह होगा कि भारत में काम कर रहीं एयरलाइंस पर भारत सरकार का कंट्रोल खत्म हो जाएगा।'