भारतीय पीएम मोदी: कुछ राज्यों ने राजनीतिक कारणों से NPR को लेकर लिया यू टर्न
पीएम मोदी ने कहा, राजनीतिक कारणों से एनपीआर का विरोध गरीबों को कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित करेगा।
राज्य्सभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम राष्ट्र पति के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन दिया। इससे पहले वह लोकसभा में राष्ट्रयपति के अभिभाषण पर धन्ययवाद ज्ञापन दे चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा, ये नया भारत आगे बढ़ चला है। ये कर्तव्य पथ पर चल पढ़ा है। और कर्तव्य में ही सारे अधिकारों का सार है, ये खुद गांधी जी कह गए हैं। आइए हम गांधी जी के बताए कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हुए, एक समृद्ध, समर्थ और संकल्पित नए भारत के निर्माण में जुट जाएं। मोदी ने कहा, राजनीतिक कारणों से एनपीआर का विरोध गरीबों को कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित करेगा। सभी राज्यों ने एनपीआर को मंजूरी दे दी थी लेकिन कुछ ने अब राजनीतिक कारणों से यू-टर्न ले लिया है।
जागरण के अनुसार, मोदी ने कहा कि यूपीए के तत्कालीन गृह मंत्री ने एनपीआर के शुभारंभ के समय, हर सामान्य निवासी के लिए एनपीआर की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा था कि हर किसी को इसका हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने मीडिया से अपील की थी कि वो भी एनपीआर का प्रचार करे। जनगणना और एनपीआर सामान्य गतिविधियां है जो देश में पहले भी होती रही हैं। लेकिन जब वोटबैंक राजनीति की मजबूरी हो, तो खुद एनपीआर को 2010 में लाने वाले आज लोगों में भ्रम फैला रहे हैं। इस दशक में दुनिया की भारत से बहुत अपेक्षाएं हैं और भारतीयों को हमसे बहुत अपेक्षाएं हैं। इन अपेक्षाओं की पूर्ति के लिए हम सभी के प्रयास 130 करोड़ भारतवासियों की आकांक्षाओं के अनुरूप होने चाहिए।
लोकसभा में मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आपके लिए गांधीजी ट्रेलर हो सकते हैं लेकिन हमारे लिए गांधीजी जिंदगी हैं न्यू इंडिया के लिए विजन पर प्रकाश डाला। उनका संबोधन ऐसे समय आता है जब हम सदी के तीसरे दशक में प्रवेश करते हैं। राष्ट्रपति का अभिभाषण आशा की भावना पैदा करता है और भविष्य में देश को आगे ले जाने के लिए एक रोडमैप प्रस्तुत करता है।
aXA6IDMuODQuMTEwLjEyMCA= ejasoft island