तुर्की और रूस के बीच संघर्ष विराम लागू होने के बाद भी सीरिया में खूनी संघर्ष जारी, 18 की मौत
तुर्की और रूस के बीच संघर्ष विराम के प्रभावी होने के कुछ ही घंटे बाद सीरिया में फिर खूनी संघर्ष देखा जा रहा है।
तुर्की और रूस के बीच संघर्ष विराम के प्रभावी होने के कुछ ही घंटे बाद सीरिया में फिर खूनी संघर्ष देखा जा रहा है। दक्षिणी इदलिब प्रांत में सीरियाई सरकार के सैन्य बलों और जिहादी विद्रोहियों के बीच हुई मुठभेड़ों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट ने कहा है कि ये मुठभेड़ें जबाल अल-जाविया (Jabal al-Zawiya) क्षेत्र में देखी गई। इनमें सीरियाई सुरक्षा बलों के आठ जवान और तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी के नौ विद्रोहियों की मौत हो गई।
समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, उल्लेखनीय है कि तुर्की और रूस के बीच सहमति के बाद उत्तरी सीरिया में शुक्रवार को संघर्ष विराम लागू हो गया। इस सीज फायर का मकसद सीरिया में जारी भीषण लड़ाई और दोनों देशों की सेनाओं के बीच टकराव को रोकना है। सीरिया के इदलिब प्रांत में हिंसा बढ़ने के बाद यह समझौता हुआ है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के उनके समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन के बीच लंबी बातचीत के बाद समझौते को अमली जामा पहनाया गया।
पुतिन और एर्दोआन ने मॉस्को में छह घंटे से ज्यादा चली बातचीत के बाद शुक्रवार की मध्य रात्रि से सीज फायर को लागू करने पर रजामंदी जताई। मालूम हो कि इदलिब में जारी लड़ाई के चलते लाखों लोग अपने घरों को छोड़ चुके हैं। इस दौरान तुर्की के कई सैनिक भी मारे गए हैं। तुर्की इदलिब में रूस समर्थित सरकारी सुरक्षा बलों से लड़ रहा है। समझौते के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यह समझौता इदलिब में जारी लड़ाई को खत्म करने में मददगार होगा। हालांकि, एर्दोआन का कहना है कि उनके पास सीरिया की ओर से किए गए किसी भी हमले का करारा जवाब देने की क्षमता है।