कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार के पार पहुंचने में भारत को 74 दिन लगे जो यूएस और यूके से काफी कम
भारत में आधिकारिक तौर पर कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार के पार हो चुकी है. इस आंकड़े को पार करने वाला भारत दुनिया का अब तक का 22वां देश है.
बेंगलुरु: भारत में आधिकारिक तौर पर कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार के पार हो चुकी है. इस आंकड़े को पार करने वाला भारत दुनिया का अब तक का 22वां देश है.
भारत के कोविड-19 के आंकड़े दक्षिण कोरिया, आयरलैंड और स्वीडन के करीब है वहीं अमेरिका 5 लाख 80 हजार संक्रमित मामलों के साथ सबसे आगे है और स्पेन 1 लाख 70 हजार के साथ दूसरे स्थान पर है.
दिप्रिंट इस बात की पड़ताल कर रहा है कि इनमें से प्रत्येक देश 10 हजार के आंकड़े तक कैसे पहुंचा, और भारत उनकी तुलना में कहां है. डेटा 14 अप्रैल की शाम 6 बजे तक के हैं, जब दुनिया भर में संक्रमित मामलों की संख्या 1.92 मिलियन हो चुकी थी.
कोविड-19 का पहला मामला चीन में नवंबर 2019 के करीब आया था और जिन 41 मामलों की पुष्टि वहां हुई थी उनमें से 13 लोगों का वुहान के वेट मार्केट से कोई संबंध नहीं था जिसे इस महामारी का केंद्र माना जा रहा है.
चीन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को 31 दिसंबर को नोवेल कोरोनावायरस के बारे में बताया और डब्ल्यूएचओ ने 12 जनवरी को इसकी पुष्टि की. उसी दिन से पूरी दुनिया को इस वायरस के बारे में पता चला.
द प्रिंट हिंदी के अनुसार, भारत में 30 जनवरी को कोरोनावायरस का पहला मामला दर्ज किया गया और ये 13 अप्रैल यानि कि इसके 74 दिन बाद 10 हजार मामलों को पार कर गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का एलान किया था जिसके बाद 24-25 मार्च की आधीरात से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया.
भारत की प्रगति उन देशों की तुलना में है, जिन्होंने इस बीमारी को अच्छी तरह से प्रबंधित किया है, जैसे कि दक्षिण कोरिया, जिसने 10,000 मामलों तक पहुंचने में 74 दिन का समय लिया. चीन, भी, लगभग समान समय अवधि (73 दिनों) में संख्या तक पहुंचा, अगर नवंबर में होने वाले पहले मामले के बारे में रिपोर्ट पर विश्वास किया जाए. स्वीडन ने लगभग उतना ही समय लिया, करीब 72 दिन.