भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- कोरोना की वैक्सीन बनने में लग सकते हैं 2 साल
कोरोनावायरस के वैश्विक महामारी घोषित होने के बाद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोनावायरस से
कोरोनावायरस के वैश्विक महामारी घोषित होने के बाद भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार करने में कम से कम दो वर्ष का वक्त लग सकता है।
अमर उजाला के अनुसार बृहस्पतिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कान्फ्रेंस में ये भी बताया कि गर्मियों में कोरोनावायरस के कमजोर होने की फिलहाल कोई पुष्टि नहीं है। हालांकि कोरोना के बारे में सभी तथ्यों का अभी भी अध्ययन किया जा रहा है। कोई पुष्ट अध्ययन अभी भी नहीं हैं।
आम तौर पर यह माना जा रहा है कि कोरोनावायरस उच्च तापमान में जीवित नहीं रह पाता है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। ये भी बताया कि कोरोनावायरस के विए वैक्सीन बनाने में कम से कम 1.5 से 2 साल लेंगे। भारत में कोरोनावायरस के संक्रमण का मामला बढ़कर 73 पर पहुंच गया है।