भारत सरकार ने कोरोना के इलाज के लिए बनाई टास्क फोर्स, जो बताएगी कौन सी दवा होगी कारगार

भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में कौनसी दवाएं काम कर रही हैं और कौन सी कर सकती हैं इसके लिए भारत द्वारा बनाई एक टास्क फोर्स परिक्षण कर रही है।
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में कौनसी दवाएं काम कर रही हैं और कौन सी कर सकती हैं इसके लिए भारत द्वारा बनाई एक टास्क फोर्स परिक्षण कर रही है। यह टास्क फोर्स उन दवाओं का भी परिक्षण कर के देखेगी जो पहले से कोरोना के लिए इस्तेमाल कि जा रही हैं।
भारत सरकार द्वारा बनाई गई इस टास्क फोर्स का नाम टास्क फोर्स फॉर रिपरपोसिंग ऑफ़ ड्रग (TFORD) है। इसे सरकारी प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन ने बनाया है। इस टास्क फोर्स का काम ऐसी दवाएं खोजना है जो कोरोना का इलाज कर सकेंगी।
इसी परिक्षण के अंतर्गत काम करते हुए टास्क ने पता लगाया है कि एंटीवायरल दवा फविपिराविर (Favipiravir) और टोसिलीजुमाब (Tocilizumab) कोरोना के इलाज में काफी कारगार साबित हो सकती हैं। हालांकि यह अभी एक आंकलन भर ही होगा। इसकी पुष्टि तब होगी जब इनके ट्रायल लिए जायेंगे।
नवोदय टाइम्स के अनुसार, इस एंटीवायरल दवा फविपिराविर को लेकर जापान 2014 में ही अपनी मंजूरी दे चुका है। इस बारे में चीन के विज्ञान एवं तकनीक मंत्रालय की तरफ से भी कहा गया था कि यह कोरोना इलाज के लिए काफी बेहतर है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं देखने को मिला है। इस दवा का 400 लोगों पट टेस्ट करके देखा गया था। जो सफल रहा था।