पीपीई किट के निर्माण में ग्लोबल हब बनेगा भारत
कोरोनावायरस से लड़ाई में अभी भले ही भारत पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट की सप्लाई के लिए विदेशों की तरफ देख रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में हम इसके निर्माण में अगुवा होंगे।
कोरोनावायरस से लड़ाई में अभी भले ही भारत पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट की सप्लाई के लिए विदेशों की तरफ देख रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में हम इसके निर्माण में अगुवा होंगे। यदि केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय की इससे संबंधित परियोजना परवान चढ़ी तो शीघ्र ही यहां हर रोज लाखों पीपीपी बनने लगेंगे। केंद्र सरकार की इस परियोजना में देश भी के करीब 2000 अपैरल निर्यातकों ने रूचि ली है। ऐसा होने पर न सिर्फ भारत पीपीई के लिए आत्मनिर्भर हो सकेगा, बल्कि यहां से दुनिया भर के बाजार में आपूर्ति भी हो सकेगी।
एनबीटी के अनुसार, कपड़ा मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इस दिशा में सरकार बीते अप्रैल से ही सक्रिय है। यहां गुणवत्तापूर्ण पीपीई के निर्माण के लिए अत्याधुनिक मशीनें विदेशी बाजारों से मंगवाने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। उन्हें बेहतर टेक्निकल टैक्सटाइल की आपूर्ति के इंतजाम किए जा रहे हैं। साथ ही पीपीई बनाने वाली अत्याधुनिक मशीनों पर काम करने वाले व्यक्तियों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें अपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (एईपीसी), साउथ इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन (सिट्रा)और इंडियन टेक्निकल टेक्सटाइल असोसिएशन (ITTA) का भी सहयोग मिल रहा है।
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