कोरोना के इलाज की खोज के लिए WHO के 'साझा परीक्षण' में भारत भी करेगा भागीदारी : आईसीएमआर
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज और दवा विकसित करने के लिए वैश्विक स्तर पर 'सॉलिडेरिटी ट्रायल' की पहल की है।
कोरोना वायरस के संक्रमण का संभावित इलाज विकसित करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा विभिन्न देशों के 'साझा परीक्षण' (सॉलिडेरिटी ट्रायल) में भारत भी भाग लेगा। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने शुक्रवार को बताया कि डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज और दवा विकसित करने के लिए वैश्विक स्तर पर 'सॉलिडेरिटी ट्रायल' की पहल की है।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, संस्थान की वैज्ञानिक डा शीला गोडबोले की देखरेख में की जाएगी।
इससे पहले आईसीएमआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने बताया था कि भारत ने कुछ समय पहले देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बहुत कम होने के कारण इस परीक्षण में भागीदारी करने से इनकार कर दिया था। आपको बता दें कि आईसीएमआर जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर कोरोना के टीके एवं इसके परीक्षण की किट को भी विकसित करने के लिए प्रयासरत है।
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