ट्रंप की चीन नीति में बदलाव के बाद भारत और अमेरिका की दोस्ती हुई बेहतर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महत्वपूर्ण भारत दौरे के असर से जुड़ी खबरें कहीं गुम सी हो गईं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महत्वपूर्ण भारत दौरे के असर से जुड़ी खबरें कहीं गुम सी हो गईं। ट्रंप का यह दौरा केवल भारत तक ही सीमित था। ऐसे में भारत केंद्रित दौरा बढ़ती द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को ही रेखांकित करता है कि कैसे प्रगाढ़ होती यह दोस्ती दोनों देशों के लिए एक बड़ी कूटनीतिक संपदा है।
दैनिक जागरण के अनुसार ट्रंप की यात्रा के दौरान कोई बड़ा समझौता नहीं हुआ तो यह उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा के पांच साल पहले के भारत दौरे की तुलना में उतना फलदायी भले न दिखा हो, लेकिन इसने भारत-अमेरिकी संबंधों को सही दिशा अवश्य दी।
चीन की बढ़ती दबंगई और मजबूत होती चीन-रूस सामरिक साठगांठ से मुकाबले के लिए यह आवश्यक भी था। ट्रंप ने अपने भारत दौरे को ‘अविस्मरणीय, असाधारण और फलदायी’ करार दिया। ट्रंप ने यह भी कहा, ‘अमेरिका भारत का सम्मान करता है और वह हमेशा भारतीयों का सच्चा एवं वफादार दोस्त बना रहेगा।’ वहीं मोदी ने भारत-अमेरिका रिश्तों को ‘इक्कीसवीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी’ बताया। स्वदेश लौटने के बाद भी ट्रंप भारत दौरे को लेकर आह्लादित दिखे। उन्होंने भारत को ‘अतुल्य देश’ बताया और मोदी को ‘महान इंसान एवं महान नेता’ बताते हुए कहा कि ‘फिलहाल भारत के साथ हमारे असाधारण रिश्ते हैं।’