भारत:तब्लीगी जमात पर की विवादित टिप्पणी, सरकार ने आईएएस अफसर को थमाया नोटिस
ऐसे में जब सरकारें कोरोना के खिलाफ जंग में समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं।
ऐसे में जब सरकारें कोरोना के खिलाफ जंग में समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं। कुछ तत्व माहौल खराब करने और सियासत करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक आईएएस अधिकारी की तब्लीगी जमात के मसले पर की गई विवादित टिप्पणी उस पर भारी पड़ गई है।
भारतीय अखबार दैनिक जागरण ने समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक लिखा है कि , सीनियर आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने कोरोना मुक्त हो चुके तब्लीगी जमात के सदस्यों के प्लाज्मा डोनेशन पर एक 'विवादित' टिप्पणी की थी। यही नहीं उन्होंने रिपोर्टिंग को लेकर मीडिया पर भेदभाव के आरोप लगाते हुए सवाल खड़े किए थे। अब इस विवादित टिप्पणी पर कर्नाटक सरकार ने उनसे जवाब तलब कर लिया है।
राज्य सरकार ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने पांच दिनों के भीतर जवाब नहीं दिए तो अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन और अपील) नियम-1969 के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साल 1996 के आईएएस बैच के अधिकारी मोहसिन के इस ट्वीट पर काफी बवाल मचा और लोगों ने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी को इस तरह का विवादित ट्वीट नहीं करना चाहिए था। यहां बता दें कि मोहसिन पिछले साल उस वक्त भी चर्चा में आए थे जब अप्रैल में ओडिशा दौरे के दौरान उन्होंने पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच करने का प्रयास किया था। उनके उक्त बर्ताव पर निर्वाचन आयोग ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
मोहसिन कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और मूल रूप से बिहार से ताल्लुक है। कर्नाटक सरकार का कहना है कि मोहसिन के ट्वीट को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि ट्वीट को मीडिया में मिले निगेटिव रिऐक्शन का सरकार ने गंभीरता से संज्ञान लिया है।
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