भारत ने मॉरीशस को भिजवाईं हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की गोलियां

भारत सरकार ने मॉरीशस सरकार के अनुरोध पर बुधवार शाम हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की आधा मिलियन (5 लाख) गोलियां प्रदान की।
भारत सरकार ने मॉरीशस सरकार के अनुरोध पर बुधवार शाम हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की आधा मिलियन (5 लाख) गोलियां प्रदान की। ये मॉरीशस भेजी गईं 13 टन जीवन रक्षक दवाइयों का एक हिस्सा हैं। यह जानकारी पोर्ट लुइस में भारत के उच्चायोग ने दी। मॉरीशस ऐसे देशों में शुमार है जहां भारतीय मूल के लोग शासन के उच्च पदों पर विराजमान हैं। इससे पहले भारत से बातचीत के बाद ब्रिटेन को पैरासिटामोल के 30 लाख टैबलेट मिलेंगे। अगले 2 हफ्ते में पैरासिटामोल ब्रिटेन पहुंचेगा। यह सभी सुपरमार्केट में उपलब्ध होगा।
भारतीय अखबार दैनिक जागरण के अनुसार, बहुत दिन नहीं बीते, जब विश्व में भारत की छवि मांगने वालों में थी, लेकिन आज भारत अमेरिका, यूरोप समेत दुनिया के कई देशों को दवाओं की आपूर्ति कर रहा है। इस गहन संकट के समय विश्व भारत की ओर उम्मीदों से देख रहा है। इसका कारण पीएम मोदी की ओर से कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए पहले सार्क और फिर जी-20 के जरिये सक्रियता दिखाना रहा।
पीएम नरेंद्र मेादी ने कोरोना वायरस से उपजी कोविड-19 बीमारी के उपचार में सहायक मानी जाने वाली मलेरिया की दवा जिस तरह अमेरिका समेत तमाम देशों को उपलब्ध कराई, उससे उनके साथ-साथ भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि और अधिक निखरी है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन को काफी उपयोगी माना जा रहा है। यही कारण है कि अमेरिका व ब्राजील के राष्ट्रपति और इजराइल के पीएम ने पीएम मोदी की प्रशंसा की। ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीएम मेादी की तुलना हनुमान भगवान से की, जिन्होंने कष्ट के समय लोगों को संजीवनी उपलब्ध कराई।
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