भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने नए साल के पहले दिन ही इस बात की पुष्टि की है कि भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया गया है.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने नए साल के पहले दिन ही इस बात की पुष्टि की है कि भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया गया है. सिवन ने कहा इसरो इस पर अच्छी प्रगति कर रहा है. इस महीने के आख़िर में चारों अंतरिक्ष यात्री रूस में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे. गौरतलब है कि इनमें से आखिरकार तीन अंतरिक्ष यात्रियों को साल 2022 के लिए प्रस्तावित ‘मिशन गगनयान’ के अंतर्गत अंतरिक्ष में जाने का अवसर मिलेगा.
Hindi News 18 के अनुसार, भारत जैसा विकासशील देश जिसकी आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थितियाँ बहुत विकट हैं. मगर इन सबके बावजूद भारत ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद सत्तर के दशक में जिस अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की स्थापना की थी वह आज अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन, जापान जैसे देशों को कड़ी टक्कर दे रहा है. कम संसाधनों में भी उसने चंद्रयान-1 को चांद पर भेजकर इतिहास रच दिया. बेहद कम लागत में तथा पहली ही कोशिश में मंगल ग्रह तक पहुंचने में कामयाब होने वाला भारत पहला देश बना. एक साथ रिकॉर्ड 104 सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर भारत ने दुनिया के अंतरिक्ष बाजार में लंबी छलांग लगाई.