भारत: ट्रंप और मोदी की मुलाकात में द्विपक्षीय नागरिक परमाणु ऊर्जा सहयोग में आ सकती है तेजी
भारत आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाली बैठक में
भारत आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाली बैठक में द्विपक्षीय नागरिक परमाणु ऊर्जा सहयोग के क्षेत्र में तेजी लाने के लिए बात हो सकती है।
अमर उजाला के अनुसार वेस्टिंगहाउस के दिवालियापन के मुद्दों के समाधान के बाद, दोनों पक्ष अब इस कार्य को जिम्मेदारी के साथ पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। बैठक में कौन सा पक्ष किस तरह के काम की जिम्मेदारी लेगा, यह चर्चा हो सकती है। एनपीसीआईएल ने वेस्टिंगहाउस की मॉड्यूलर निर्माण पद्धति को समझने के लिए अमेरिकी संदर्भ संयंत्र का दौरा किया था।
भारत और अमेरिका के बीच अक्तूबर 2008 में परमाणु सहयोग समझौता हुआ था। इस समझौते से भारत के परमाणु ऊर्जा उत्पादन में खासा इजाफा हुआ है। इससे पहले हुई भारत और अमेरिका की आपसी वार्ता में कहा गया कि दोनों राष्ट्र द्विपक्षीय नागरिक परमाणु ऊर्जा सहयोग को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
इसी के तहत भारत में छह अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाने पर सहमती बनी थी। ये संयंत्र आंध्र प्रदेश के कोवड़ा में लगाए जाने हैं। अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना सहित द्विपक्षीय सुरक्षा और असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करने के लिए दोनों राष्ट्रों ने प्रतिबद्धता जताई थी।