सबसे बड़ा लॉकडाउन भारत में, दुनियाभर के 230 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में
कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर के 50 से ज्यादा देशों ने लॉकडाउन घोषित किया है। इस वजह से करीब 230 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हो गए हैं।
कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर के 50 से ज्यादा देशों ने लॉकडाउन घोषित किया है। इस वजह से करीब 230 करोड़ से ज्यादा लोग घरों में कैद हो गए हैं। इनमें से अकेले 130 करोड़ लोग केवल भारत में ही लॉकडाउन होंगे। इसकी शुरुआत मंगलवार आधी रात से हो गई है । प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए 21 दिन के अनिवार्य लॉकडाउन का ऐलान करते हुए कहा था कि इसे लोग कर्फ्यू ही मानें। लॉकडाउन घोषित करने वाले कई देशों ने इसे अनिवार्य किया है, जबकि कुछ ने इसे सख्ती से लागू नहीं किया है। केवल लोगों से घर में रुकने की अपील की गई है। करीब 195.9 करोड़ की आबादी वाले 35 देशों ने अनिवार्य लॉकडाउन किया है। अनिवार्य लॉकडाउन का मतलब है कि बहुत जरूरत न होने पर घर से बाहर निकलना बिल्कुल मना है और ऐसा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दैनिक भास्कर के अनुसार, इन देशों में 130 करोड़ की आबादी वाला भारत सबसे बड़ा देश है। इसके अलावा फ्रांस, इटली, अर्जेंटीना, इराक, ग्रीस, रवांडा और अमेरिका का कैलिफोर्निया राज्य है। मंगलवार को कोलंबिया भी इसी लिस्ट में शामिल हो गया। वहीं, न्यूजीलैंड बुधवार से लॉकडाउन होगा। अधिकतर देशों में जरूरी काम पर जाने, मेडिकल केयर के लिए जरूरी सामान लाने की छूट है। करीब पांच देशों (आबादी करीब 22.8 करोड़) ने अपने नागरिकों से अपील की है कि घर पर ही रहें और कम से कम लोगों के संपर्क में आएं। इन देशों में ईरान, जर्मनी और ब्रिटेन भी शामिल हैं।
ब्रिटेन में पिछले हफ्ते समुद्र तटों और पार्कों में भीड़ जमा होने के बाद सख्ती बरतने की चेतावनी दी गई है। वहीं, ईरान में पिछले हफ्ते नववर्ष पर लाखों लोग सड़कों पर निकले थे। इसके बाद लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है। करीब 10 देश ऐसे हैं, जिन्होंने कर्फ्यू घोषित किया है। इनमें बर्किना फासो, चिली, फिलिपींस, सर्बिया, मौरीटानिया और सऊदी अरब हैं। इन देशों की आबादी 11.7 करोड़ है। इसके इतर कुछ देश ऐसे हैं, जिन्होंने कुछ शहरों को आइसोलेट किया है। ऐसे देशों की आबादी करीब एक करोड़ है।