कोरोना के कारण दुनिया चीन के विकल्प की तलाश में, भारत के लिए मौका : नितिन गडकरी
लॉकडाउन (Corona Lockdown) के बीच उद्योग जगत को उम्मीद है कि सरकार की तरफ से उनके लिए बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं।
कोरोना लॉकडाउन के बीच उद्योग जगत को उम्मीद है कि सरकार की तरफ से उनके लिए बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं। खासकर MSME सेक्टर को इसकी सख्त जरूरत है। एनडीटीवी से बात करते हुए देश के MSME मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari)ने कहा कि कोरोना के बाद दुनिया चीन के साथ व्यापार जारी नहीं रखना चाहती है। संकट की घड़ी में यह भारत के लिए वरदान की तरह है। अगर इस मौके का सही फायदा उठाने में कामयाब होते हैं तो 2025 तक 5 ट्रिल्यन डॉलर इकॉनमी का सपना भी पूरा हो सकता है।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, MSME सेक्टर को राहत देने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी कर मदद की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस सेक्टर का जीडीपी में योगदान एक तिहाई है और 11 करोड़ लोगों की नौकरी इस सेक्टर में है।
नितिन गडकरी का बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में भारत द्वारा FDI के नियम में बदलाव के बाद चीन ने आरोप लगाया है कि बदले हुए नियम WTO के खिलाफ हैं। नए नियम के तहत चीन सरकार की अनुमति के बिना भारत में FDI के रास्ते निवेश नहीं कर सकता है।
कोरोना के कारण पूरी दुनिया तबाह है और तमाम एजेंसियों का मानना है कि 2020 में ज्यादातर इकॉनमी की ग्रोथ रेट नेगेटिव रहेगी। हालांकि IMF का अनुमान है कि भारत की विकास दर 1.9 फीसदी रहेगी जो सबसे ज्यादा होगी। अगले वित्त वर्ष इसमें तेजी आएगी।
भारत में फिलहाल दूसरे चरण का लॉकडाउन 3 मई तक चलेगा, हालांकि सरकार ने धीरे-धीरे दुकानदारों को राहत देने की शुरुआत की है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा नोटिफिकेशन के मुताबिक, ग्रामीण और कोरोना मुक्त क्षेत्रों में सभी तरह की दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखना है।
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