कोरोना वायरस: भारत के लॉकडाउन की वजह से मुश्किल में फंसा मलेशिया

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए भारत में लॉकडाउन को एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए भारत में लॉकडाउन को एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। लॉकडाउन की वजह से भारतीय उद्योग-धंधे तो बुरी तरह प्रभावित हो ही रहे हैं, लेकिन इसका असर दूसरे देशों पर भी पड़ रहा है। भारत से सप्लाई बाधित होने की वजह से मलेशिया रमजान के महीने में मांस की किल्लत का सामना कर रहा है।
कुआलालंपुर के स्ट्रीट वेंडर अबु जहरीम इस्माइल ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि रमजान के महीने में भैंस के मांस की बिक्री बढ़ जाती थी, लेकिन इस साल कोरोना वायरस की महामारी ने भैंस के मांस के निर्यात को भी रोक दिया, जिससे इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं। स्ट्रीट वेंडर ने कहा कि वायरस ने सब कुछ गर्त में धकेल दिया है।
आज तक के अनुसार, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े बीफ निर्यातक देश और मलेशिया के टॉप सप्लायर भारत में ज्यादातर मीट प्रोसेसिंग प्लांट बंद हैं। दो निर्यातकों ने रॉयटर्स से बताया, भारत हर महीने करीब एक लाख टन से ज्यादा भैंस का मांस बेचता है, लेकिन मार्च महीने में सिर्फ 40,000 टन मांस का ही निर्यात किया गया। अप्रैल महीने में तो बिक्री और भी कम हुई है, क्योंकि लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। मई महीने में भारतीय अर्थव्यवस्था के आंशिक तौर पर खुलने के बावजूद बिक्री सामान्य से बेहद कम होगी।