शेंजेन प्रांत के बाद अब पूरे चीन में कुत्ते के मांस पर रोक की तैयारी में चिनफिंग सरकार

शेंजेन प्रांत के बाद चीन सरकार ने अब पूरे देश में कुत्तों का मांस खाने पर रोक लगाने की तैयारी कर ली है।
शेंजेन प्रांत के बाद चीन सरकार ने अब पूरे देश में कुत्तों का मांस खाने पर रोक लगाने की तैयारी कर ली है। इस आशय का एक मसौदा प्रस्ताव कृषि मंत्रालय ने तैयार किया है। इसके मुताबिक, चीन में अब कुत्तों को पशुधन नहीं, बल्कि पालतू जानवर माना जाएगा। पशु संरक्षण की दिशा में मसौदा प्रस्ताव को गेमचेंजर माना जा रहा है। बता दें कि अभी तक चीन में मांस के लिए कुत्ते और बिल्लियों को बड़े पैमाने पर मौत के घाट उतारा दिया जाता है।
भारतीय आखबार दैनिक जागरण ने मसौदे के मुताबिक लिखा है कि, 'मानव सभ्यता की प्रगति और जानवरों के संरक्षण के प्रति लोगों की बढ़ती चिंता व प्यार के मद्देनजर कुत्ते अब 'साथी पशु' बन गए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इन्हें पशुधन नहीं माना जाता है। आगे से अब चीन में भी कुत्तों को पशुधन के तौर पर नहीं गिना जाएगा।' इस मसौदे की गाइडलाइन बुधवार को प्रकाशित की गई और इस पर आम लोगों से राय मांगी गई है।
चीन सरकार का यह फैसला कुत्तों के प्रति प्यार नहीं, बल्कि कोरोना से उपजे खौफ का परिणाम है। कुत्ते के मांस पर पिछले महीने ही प्रतिबंध लगाने वाली शेंजेन प्रांत की सरकार ने कहा कि कुत्ते और बिल्ली जैसे पालतू जानवर इंसानों के काफी करीब हैं और कई अन्य देशों में भी इनके मांस खाने पर प्रतिबंध है। पशु कल्याण की दिशा में काम करने वाली 'ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल' के अनुसार, चीन में अभी भी लगभग एक करोड़ कुत्ते प्रति वर्ष मांस के लिए मार दिए जाते हैं।
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