भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई
ग्राम बहेरिया उर्फ रूपनगर में अहिरवार समाज संघ द्वारा सावित्रीबाई फुले की 189वीं जयंती मनाने से पहले सभी महापुरूषों के छाया चित्रों पर पुष्प अर्पित किए तथा वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे।
ग्राम बहेरिया उर्फ रूपनगर में अहिरवार समाज संघ द्वारा सावित्रीबाई फुले की 189वीं जयंती मनाने से पहले सभी महापुरूषों के छाया चित्रों पर पुष्प अर्पित किए तथा वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से नथन सिंह महोबिया की टीम द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में दीपेंध जाटव, जितेंद्र पचौरी, हरिनारायण जाटव एवं अशोक कुमार मौर्य दर्जनों की संख्या में उपस्थित हुए।
Naidunia के अनुसार, कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने उन विषम परिस्थितियों में शिक्षा की ज्योत जलाई है जिस समय महिला समाज कुछ भी नहीं कर सकती थी। शिक्षा के विषय में जब सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं को पढ़ाना शुरू किया, तब उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा। कार्यक्रम का संचालन दीपेंध गौरया ने किया एवं कार्यक्रम में जितेंद्र पचौरी द्वारा आभार माना गया।