ऑटोमेशन से भारत में 9% लोग हो सकते हैं बेरोजगार : आईएमएफ
ऑटोमेशन यानी मशीनों से काम होने से भारत में करीब 9 फीसदी नौकरियां छिनने का खतरा पैदा हो गया है। हालांकि भारत के लिए एक राहत की बात यह है कि वैश्विक स्तर पर ऑटोमेशन से नौकरियां जाने की दर 14 फीसदी यानी 37.5 करोड़ है।
नई दिल्ली. ऑटोमेशन यानी मशीनों से काम होने से भारत में करीब 9 फीसदी नौकरियां छिनने का खतरा पैदा हो गया है। हालांकि भारत के लिए एक राहत की बात यह है कि वैश्विक स्तर पर ऑटोमेशन से नौकरियां जाने की दर 14 फीसदी यानी 37.5 करोड़ है। यह बयान इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर डेविड लिप्टन की ओर से आया है। उन्होंने कहा कि बिजनेस मॉडल कम आमदनी और मजदूरों वाला होना चाहिए। लिप्टन ने कहा कि भारत में अर्थव्यवस्था के विस्तार से अगले साल तक भारत 6 से 7 फीसदी विकास दर से आगे बढ़ सकता है। उन्होंने माना कि स्लोडाउन के बावजूद भारत का कारोबार बाकी देशों की तुलना में काफी चुस्त है।
मनी भास्कर के अनुसार, भारत में बजट में कई प्रोडक्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बयान पर लिप्टन ने कहा कि इससे भारत वैश्विक स्तर पर बाकी देशों के मुकाबले में पीछे रह जाएगा। यह कम वक्त के लिए भारत को फायदा पहुंचा सकता है। लेकिन लंबे वक्त में नुकसानदायक होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मान लीजिए भारत घरेलू स्तर पर भी क्रिकेट खेलता तो उसकी क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार नहीं हो सकती थी।
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