27 साल बाद भारत को ग्रीको रोमन कुश्ती में मिला गोल्ड मेडल, सुनील का गोल्डन दांव, अर्जुन को कांसा
हरियाणा के पहलवान सुनील कुमार (87 भारवर्ग) ने मंगलवार को केडी जाधव स्टेडियम में शुरू हुई एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्णिम सफलता के लिए शानदार शुरुआत दिलाई है।
हरियाणा के पहलवान सुनील कुमार (87 भारवर्ग) ने मंगलवार को केडी जाधव स्टेडियम में शुरू हुई एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्णिम सफलता के लिए शानदार शुरुआत दिलाई है। लगातार दूसरी बार चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे सुनील ने किर्गिस्तान के आजात सालिदिनोव को एकतरफा 5-0 से हराया। पिछली बार के रजत पदक विजेता ने इस बार पदक का रंग बदल दिया। भारत ने 27 साल बाद ग्रीको रोमन में स्वर्ण पदक हासिल किया है। इससे पहले 1993 में पप्पू यादव ने एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड दिलाया था।
अमर उजाला के अनुसार, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना पहला सीनियर टूर्नामेंट खेल रहे कर्नाटक के अर्जुन (55 भारवर्ग) ने कांस्य पदक जीतने में सफलता हासिल की है। पहली बार राष्ट्रीय कैंप में शामिल किए जाने के बाद अर्जुन ने ग्रीको रोमन के 55 भारवर्ग में कोरियाई पहलवान डोंग यूक वान को 1-4 से पिछड़ने के बाद कांस्य पदक के मुकाबले में 7-4 से शिकस्त दी। वहीं 130 भारवर्ग में भारतीय पहलवान मेहर सिंह कांस्य पदक के मुकाबले में किर्गिस्तान के किमरोमा से हार गए।
सुनील के लिए फाइनल में पहुंचना किसी रोमांच से कम नहीं रहा। सेमीफाइनल में सुनील एक समय कजाखस्तान के अजमत कुस्तुबायेव से 1-8 से पिछड़ रहे थे। यह वही अजमत थे जिनके खिलाफ चीन में हुई पिछली एशियाई चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में सुनील ने फतह हासिल कर फाइनल में जगह बनाई थी। मुकाबले में एक मिनट 13 सेकंड बचे थे। सुनील की हार तय मानी जा रही थी लेकिन 21 साल के पहलवान ने लगातार 11 अंक झटककर अजमत को एक बार फिर मात दे दी। इससे पहले सुनील ने शुरुआती राउंड में जापान के ताकाहिरो को हराया था।
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