नम आंखों से सूनामी पीड़ितों को याद कर रहा है एशिया
सूनामी ने भारत समेत हिंद महासागर के तट पर स्थित 14 देशों में कई किलोमीटर दूर तक तबाही मचा दी थी.
26 दिसंबर 2004 को 9.1 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में सूनामी के कारण समंदर से 57 फीट ऊंची लहरें उठी थीं. सूनामी ने भारत समेत हिंद महासागर के तट पर स्थित 14 देशों में कई किलोमीटर दूर तक तबाही मचा दी थी. इस आपदा में करीब दो लाख तीस हजार लोगों की मौत हो गई थी. इंडोनेशिया के आचेह प्रांत में सूनामी की लहरों की वजह से गांव के गांव तबाह हो गए थे और करीब 1 लाख 25 हजार लोग समंदर की लहरों में बह गए थे.
DW के अनुसार, 2004 की तबाही के बाद आचेह दोबारा खड़ा हो गया है. वहां उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में सरकारी भवन, स्कूल, कॉलेज और हजारों मकान का निर्माण हो चुका है.सूनामी का सबसे पहला प्रहार आचेह प्रांत पर ही हुआ था. वहां सूनामी की 35 मीटर तक ऊंची लहरें उठी थीं. जहां-जहां समंदर का उफनता पानी पहुंचा वहां-वहां तबाही मच गई.