अफगानिस्तान: कोरोना के बीच आतंकी हमले की आशंका, भारत ने कॉन्सुलेट से अपने जवान हटाए
कोरोना वायरस का असर सुरक्षा पर भी देखा जा रहा है. कोविड-19 के खतरे को देखते हुए भारत ने अफगानिस्तान के हेरात और जलालाबाद में भारतीय कांसुलेट की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी के जवानों व अन्य स्टाफ को स्वदेश बुला लिया है.
कोरोना वायरस का असर सुरक्षा पर भी देखा जा रहा है. कोविड-19 के खतरे को देखते हुए भारत ने अफगानिस्तान के हेरात और जलालाबाद में भारतीय कांसुलेट की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी के जवानों व अन्य स्टाफ को स्वदेश बुला लिया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. अफगानिस्तान में भारतीय कॉन्सुलेट की सुरक्षा की जिम्मेदारी आईटीबीपी के हाथों में है.
अफगानिस्तान से जवानों को लाने के लिए 7 अप्रैल को भारतीय वायु सेना का एक विमान रवाना किया गया. इसी के साथ कोरोना संकट के बीच भारतीय प्रतिष्ठानों पर आतंकी हमले की भी आशंका जताई गई है. ताजा खुफिया जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में कांसुलेट पर हमले हो सकते हैं.
आज तक के अनुसार, अफगानिस्तान में अभी हाल में एक बड़े आतंकी हमले की खबर आई. गुरुद्वारे पर कुछ बंदूकधारियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई. आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. एसआईटीई इंटेलिजेंस ग्रुप के मुताबिक आईएस कई दिनों से ऐसे हमले की फिराक में था.
हर राय साहिब गुरुद्वारा में आत्मघाती हमला करने वाले ISIS आतंकियों में एक भारतीय भी था. इस आतंकी हमले में 25 सिखों की मौत हुई थी. ISIS ने काबुल के गुरुद्वारा पर आत्मघाती हमले को अंजाम देने वाले जिन तीन आतंकियों का नाम लिया, उनमें एक भारतीय है. ISIS ने इसका नाम अबु खालिद अल-हिंदी बताया. हालांकि इसका असली नाम मुहम्मद मुहसिन है, जो केरल का रहने वाला था. वह कुछ समय पहले आतंकी संगठन ISIS में शामिल हो गया था. ISIS ने अपनी प्रोपेगेंडा मैगजीन अल-नाबा में मुहम्मद मुहसिन की तस्वीर भी छापी है.
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